WHO के मुताबिक, इंडोर पॉल्यूशन सबसे ज्यादा घरेलू ईंधन जलाने से होता है। इनमें भी सबसे ज्यादा प्रदूषण खाना बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली लकड़ी, पराली और गोबर के कंडे जलाने से होता है। यदि हम ऐसा लंबे समय तक करते हैं तो सांस से जुड़ी बीमारियों और असमय मौत का खतरा बढ़ जाता है। ऑक्सफोर्ड की संस्था ourworldindata.org के मुताबिक, दुनियाभर में सबसे ज्यादा प्रीमेच्योर डेथ इंडोर पॉल्यूशन की वजह से होती हैं। घर में होने वाले प्रदूषण से हर साल करीब 16 लाख मौतें होती हैं। फिलहाल दुनिया में खाना बनाने के लिए सिर्फ 60% लोगों को क्लीन फ्यूल उपलब्ध है। रिसर्च के मुताबिक, जब कोई संक्रमित व्यक्ति बात करता है, सांस लेता है, गाना गाता है या कुछ खाता है तो वायरस पार्टिकल्स कमरे में घूमते हैं। इसलिए एयर फ्लो की बेसिक बातों को समझना बहुत जरूरी है।